भक्ति गीत। भक्ति गीत।
मन की गहराई में जाकर, हुई खुद की पहचान अब तक तो था मैं, अपने आप से ही अनजान मन की गहराई में जाकर, हुई खुद की पहचान अब तक तो था मैं, अपने आप से ही अनजान
बिना बात उलझना मुझसे झूठ मूठ खिलाना डांट बिना बात उलझना मुझसे झूठ मूठ खिलाना डांट
मैं सरल लिखूं या क्लिष्ट लिखूं? मैं गरल लिखूं या विशिष्ट लिखूं? मैं सरल लिखूं या क्लिष्ट लिखूं? मैं गरल लिखूं या विशिष्ट लिखूं?